फादर – बैठे बैठे ऐसे ही
मुफ्त की रोटियाँ तौड्नि है यां फ्युचर के लिए कुछ सोच भी रखा है ?
काबिल बेटा – पापा आप चिंता ना करें दस्वी के
एक्जाम बहुत बढ़िया गए हैं कम से कम 95 से 97 % तक मार्क्स तो आ ही जाने हैं। और
फिर दो साल की जी तौड़ महेनत कर के आई टी आई। आप का बेटा हूँ महेनत करने में कोई
कसर नहीं छोड़ूँगा, 25 का हो
जाने तक महिना 2 लाख तक कमाने लगूँगा और अच्छी संस्कारी लड़की देख कर शादी भी कर
लूँगा, बस आप मुझे आशीर्वाद देते जाइए मै सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ता
जाऊंगा।
बिगड़ेल सपूत – बापू दस्वी का पेपर इस बार सब से
ज़्यादा टफ था, और वैसे भी मेरी कुंडली में नौकरीयां देना लिखा है
नौकरी करना नहीं। मैंने सोचा है की डांस और म्यूजिक में अपना करियर बना लूँ,
और अगर उसमें कुछ नहीं हुआ तो आप की दुकान तो है ही, वैसे तो शादी करने का
मेरा कुछ खास इरादा है नहीं पर आप के दोस्त रमणीकलाल की बेटी आते जाते मुझे घूरती
रहेती है, शायद बिचारी मेरे प्यार में पड़ गयी है,
सोचता हूँ उसे पसंद कर लूँ, हमारे बालिक होते होते आप मेरी शादी का पैसा तो
जोड़ ही लोगे। अब आप 300 रूपये दो तो बाइक में पेट्रोल भरा लूँ,
मुझे दोस्त की एक फ्रेंड को गिफ्ट पहुंचा नें का ज़रूरी काम है।
0 comments: