# तुझे एक बार देखने के लिए हम मिलो पैदल चल कर आए और तुम्हें हमारी शक्ल
देख कर ऐसे मुह मौड़ लिया जैसे घने जंगल से निकल कर कोई वन मानुष तेरे सामने आ गया
हो...
# दिल के बदले दिल का उपहार मांगा था,,, कंबक्त तुझसे
प्यार मांगा था तेरी पगार तो नहीं,,,
# तुझे क्या लगता है तेरे मुश्टंडे भाई ओ से डर के मै रास्ता बदल दूंगा,,, अरे पगली कभी अपने बालों में चुइनगम चिपका कर देख और फिर उसे सुख जाने के
बाद बालों से अलग कर के देख तुझे मेरी आशिक़ी की गहेराई का अंदाज़ मिल जाएगा।
# जब मेरी पिटाई करवाने के लिए तुनहे मदद मँगवाई तब मै समझ गया की अब है
घड़ी इम्तिहान की,,, यह तो गनीमत है की मेरी बाइक टाइम पर
शुरू हो गई,,, वरना मै दौड़ कर भी भाग सकता था। ... (शाणा
आशिक)।
# ऐसा तो नहीं था की पूरे शहर में तू एक ही हसीना है,,, पर क्या करें गधी पर दिल आया तो परी क्या चीज़ है। (जुमला थोड़ा पुराना है
पर हिट है)।
# अब तुझे देखे बिना जीना नहीं,,,, और अगर गुस्से में
तूने मेरे गाल पर चाटा मार दिया तो उस गाल को कभी धोना नहीं।
# एक बार सोचा की तुझे लव लेटर दे कर प्यार का इज़हार कर दूँ पर फिर साला
याद आया की मेरी hand writing तो मुझे ही मुश्किल से पढ़ी
जाती है तू क्या खाक समज पाएगी उसे।
# अड़ियल सांढ की तरह मै तेरे आगे तो कभी तेरे पीछे घूमता रहा पर तू ना समजी
मेरे प्यार को,,, प्यार भरी नज़रों से पुकार ता रहा तुझे पर
तू ना समजी मेरे प्यार को,,,, पर जब चलो अच्छा ही हुआ की तू
ना समझी मेरे किसी भी इशारे को।
# किसी गैर से पता चला है की तुझे पानी पूरी काफी पसंद है... काश में भी एक
गोल गप्पा ही होता,,, कम से कम तेरे हाथों में आ कर तेरे
दांतों तले चबा कर तुझे एक मीठी सी मुस्कान की दे जाता।
# तेरे प्यार में खुद का नाम तक भूल जाता हूँ,,, पर
मेरी वफादारी का आलम देख तेरे स्कूटी का नंबर, तेरे सेंडल का
नंबर, तेरे सात-आठ ड्रेस के कलर और तेरे आने जाने का रूट मुह
जूबानी याद है।
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