क्या कभी आप के बालों में चिंगम चिपका है,
क्या कभी आप के हाथ पर Fevi-quick गम चिपका है, क्या कभी आप के पीछे अड़ियल सांढ भागा है,
यह सारी चिज़े एक नंबर की चिपकू और जिद्दी होती हैं। ठीक वैसे ही insurance agents का nature भी वैसा ही होता है।
सभी का नहीं तो 99.99 % का तो होता ही है। पता नहीं
उन्हे training में कोनसी घुट्टी पिलाई जाती है की... अदरक खा कर
पीछे ही पड़ जाते हैं। अगर कोई इन्सान बिना बजह दूर से स्माइल दे... या जान पहेचान
बिना आप से फालतू के सवाल पूछने लगे तो हो सकता है की वह खतरनाक इन्सान एक insurance agent हो....
एक बंदर की फितरत होती है की अगर किसी के सिर पर
जुए हैं तो एक एक जु को निकाल कर उसे खा कर ही दम लेता है,
तब तक वह सिर को छोड़ता नहीं है। हमारे talented
insurance agent भी कुछ इस तरह होते हैं।
आप को आप की income के हिसाब से छोटा मोटा insurance पकड़ा कर ही दम लेते हैं।
वैसे देखा जाए तो बिचारे insurance agents का भी खास दोष होता नहीं है, उनके team leaders और ऊपरी अधिकारी उन्हे बार बार चोंच मार मार कर business लाने के लिए मजबूर करते रहेते हैं। और insurance agents मदारी के मासूम बंदर की तरह उछल कूद करने को मजबूर रहेते हैं।
My thoughts on insurance job – insurance जॉब के बारे में मेरे
अनमोल विचार
Personally
मेरा मानना है की जब किसी इन्सान नें भर भर के
पाप किए हो तब insurance फील्ड में काम करने की नौबत आती है। insurance field को ले कर मेरे इतने उंच विचार शायद इस लिए है चूँकि इस field में मेरा talent “तारे ज़मीन पर” के ईशांत अवस्थी के बराबर था।
अच्छी पगार सुन कर मैंने भी एक बार insurance field में जॉब कर ली थी, जिसका मुझे 250 साल तक अफसोस रहेगा। insurance वाली नौकरी करने से अच्छा होता की मै किसी वृद्ध आश्रम के बूढ़ों
को मुफ्त सेवा दे कर आता।
एक insurance
adviser जब आप की मुलाक़ात लेता है,
तो पहेले तो आप के घर की और आप की तारीफ से शुरुआत करता है। फिर जब आप खुश हो कर
उस साप को चाय या शरबत पीला देते हैं तब उसके अंदर का deadly salesman बाहर आता है।
बात की शुरुआत में वह आप को अपनी product के फायदे ऐसे बताना शुरू करता है जैसे की वह आपको insurance policy नहीं सब्जी तरकारी के भाव हीरे मोती बेचने आया हो। आप एक insurance agent को बोलोगे की policy
नहीं खरीदनी है तो वह आपकी बात
ऐसे अनसुनी कर देगा जैसे की उसने कुछ सुना ही नहीं है।
फिर जब आप किसी काम का बहाना बता कर जाने की बात
करेंगे तो वह आप को फिर से मिल कर डोज़ देने की तारीख मानने लगेगा। अब पीछा तो
छुड़ाना ही है तो आप उसे शायद एक हफ्ते बाद की date दे देंगे। अगर आप सोचते
हैं की बला टल गयी तो... आप गलतफेमि में हो। ठीक बताई हुई तारीख पर अपना थैला,
और कददु जैसा जोगराफिया ले कर वह महात्मा फिर से हाज़िर हो जाएगा।
आप सोचते हैं की इसे चाय पानी पीला कर रफ़फा दफ़फा कर
दूंगा। पर इस बार insurance
agent भी पक्का इरादा कर के आया होता है
की आज तो आप को बाटली में उतार के ही दम लेगा। पेट में मुफ़त की चाय पड़ते ही insurance agent
fairing शुरू कर देता है। आप दिल ही दिल
में सोचने लगते हैं की इस चपड़गंजू को कैसे समजाऊ की महीने के खर्चे पूरे नहीं हो
रहे हैं, insurance किधर से खरीदूँ।
आप जब insurance
agent की पूरी recorded कैसेट सुन लेने के बाद उसे ना बोलने की तैयारी करने लगते हैं
तभी वह आप के इरादे को भाप लता है और डर की भक्ति शुरू कर देता है। जैसे की जिंदगी
का भरोसा नहीं है... Accident होग तो... आप पानी में डूब गए तो... आप पागल हो गए
तो… आप की नौकरी चली गयी तो...
अपना एक policy
बेचने के लिए insurance agent यमराज का पूरा menu
आप के सामने खोल कर रख देता है।
थोड़ी देर में जब वह समज जाता है की तिल में से तैल नहीं निकलेगा,
तब भी वह आप का पीछा नहीं छोड़ता। अब उसकी नज़र आप के पड़ोसी,
सगे संबंधी, और फ़्रेंड्स का शिकार करने मे होगी। बड़ी बेशर्मी
से वह आप के कंधे पर पाँव रख कर (आप का reference
मांग कर ) उन को त्रासदी देने
पहुँच जाएगा।
वैसे यह अच्छा तरीका है,
किसी पहेचान वाले की टांग खिचनी है तो उसके पीछे चार पाँच insurance agent लगा दो, कुछ दिनों में वह आग्रा के पागलखाने में पाया
जाएगा।
मेरा personally ये मानना है की, जो लोग insurance बेच कर पैसा कमा लेते हैं, उन्हे भूत प्रेत, चुड़ैल,
चांडाल, और आत्मा राक्षस जैसी छोटी मोटी चिज़े डरा नहीं सकती है। चूँकि
क्या पता ये खतरनाक, भयानक insurance
agents इन पारलौकिक शक्तियों को भी कहीं insurance product बेचना शुरू कर दें। - (keep
smiling)
Note – Insurance लेना एक अच्छी आदत होती है,
यह आप को security प्रदान करता है। यह लेख सिर्फ हास्य कटाक्ष है। हम
सभी क्षेत्र (हर field) में काम करने वाले लोगों की respect करते हैं, क्रिपिया इस article को एक fiction post / comic post
की तरह लें – धन्यवाद
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