अगर खाना नित्य समय पर ना खाया जाए। या फिर शरीर की जरूरत से अधिक भोजन ग्रहण किया जाये। तो पेट में कब्ज की तकलीफ होना निश्चित होता है। कब्ज होने के कई और भी अन्य कारण होते हैं। उग्र स्वभाव, चिंता, चिकनाई वाला अधिक आहार, तला हुआ भोजन, ब्रैड, मैदा, और अधिक मांसाहार कब्ज का कारण बन सकते हैं।
कब्ज होने पर मुख्य तकलीफ मल त्याग करने में होती है। और ज्यादा ज़ोर लगाने पर आंते कमजोर हो सकती हैं। तथा दूसरी बीमारियाँ भी लागू हो सकती है। ज़्यादातर कम हलन चलन करने वाले व्यक्ति कब्ज की बीमारी का शिकार होते है। क्यूँ की शारीरक श्रम ना होने की वजह से खाना पच नहीं पाता है।
कब्ज होने पर पेट का दुखना, चक्कर आना, सिर का भारी होना, यह सब आम तकलीफ़ें देखि जा सकती हैं। पेट की इस जटिल बीमारी से मुक्ति पाने के लिए हर व्यक्ति को आयुर्वेदिक उपाय का सहारा लेना लाभदायी होता है। और आयुर्वेदिक उपाय के साइड इफफ़ेक्ट्स भी नहीं होते है।
कब्ज होने पर मुख्य तकलीफ मल त्याग करने में होती है। और ज्यादा ज़ोर लगाने पर आंते कमजोर हो सकती हैं। तथा दूसरी बीमारियाँ भी लागू हो सकती है। ज़्यादातर कम हलन चलन करने वाले व्यक्ति कब्ज की बीमारी का शिकार होते है। क्यूँ की शारीरक श्रम ना होने की वजह से खाना पच नहीं पाता है।
कब्ज होने पर पेट का दुखना, चक्कर आना, सिर का भारी होना, यह सब आम तकलीफ़ें देखि जा सकती हैं। पेट की इस जटिल बीमारी से मुक्ति पाने के लिए हर व्यक्ति को आयुर्वेदिक उपाय का सहारा लेना लाभदायी होता है। और आयुर्वेदिक उपाय के साइड इफफ़ेक्ट्स भी नहीं होते है।
कब्ज दूर करने के आयुर्वेदिक उपचार
- अरंडे का तेल एक चम्मच जीवा पर थोड़ा नमक लगा कर निगल जाने से कब्ज ठीक होता है।
- दिन में छे से आठ लिटर पानी पना चाहिए।
- स्मोकिंग और ड्रिंकिंग का त्याग करना चाहिए। (इन से आंते कमजोर होती है)।
- त्रिफला का चूरन खाना चाहिए।
- रात को सोते वक्त गरम दूध पीना कब्ज में राहत देता है।
- पपीता खाना चाहिए।
- टमाटर का सूप और कच्चे टमाटर खाने की आदत से पेट साफ रहता है।
- भोजन में बेंगन, चोलाई, और हर किसम की हरी पत्ती वाली सब्जियाँ लेनी चाहिए।
- चने खाने से भी पेट का जमा हुआ कब्ज ठीक हो जाता है।
- नीम के फूल को सूखा कर उसका चूरन खाने से भी कब्ज ठीक हो जाता है।
- पीपल के पत्तों का काढ़ा भी कब्ज की सटीक दावा है।
- अदरख नींबू और सहध का घोल पीने से भी पेट की बीमारियाँ खत्म होती है।
- लोंग सौंठ और अदरख मिला कर लेने से भी कब्ज दूर हो जाता है।
- गौमूत्र ग्रहण करने से भी कब्ज में फाइदा होता है।
- दूध में अंजीर मिला कर दूध पीने से और गीले अंजीर खाने से पेट साफ हो जाता है।
- मुली से पेट का गेस दूर होता है। और मल बाधा टूटती है।
- कच्चे प्याज का सेवन नित्य करने से कब्ज की फरियाद नहीं रहती है।
- जीरा, करेले का रस, और सेधा नमक मिला कर पीने से भी पेट ठीक हो जाता है।
- आमला का रस और आमला से तयार की गयी चटनी कब्ज में राहत देती है।
- मुनक्का का सेवन लाभदायी होता है।
- शक्कर और दालचीनी का तेल मिला कर खाने से कब्ज मिटता है।
- तुलसी का काढ़ा पीने से भी पेट ठीक हो जाता है।
- पीतल के पात्र में नमक युक्त पानी भर कर रखने से और उसे अगले दिन सुबह खाली पेट पीने से कब्ज ठीक होती है। और पेट साफ रहता है।
- सुबह खाली पेट पानी पी कर व्यायाम करने से या वॉकिंग करने से कब्ज की सिकायत दूर होती है।
- तरबूज, आम, अंगूर, काजू, खरबूजा, खाने से कब्ज में राहत होती है।
- केसर खाने से कब्ज मीट जाता है।
- बथुआ की सब्जी पेट के रोगों का अक्सीर इलाज है।
- फूलगोबी के पत्ते और गाजर कच्चे खाने से पेट साफ आता है।
- घी का सेवन पेट साफ रखता है।
- मूंग और मसूल की दाल और खिचड़ी खाने से भी पेट ठीक रहता है। और कब्ज में राहत हो जाती है।
- बादाम का सेवन करना चाहिए।
conclusion-
अच्छी सेहत किसी खजाने से कम नहीं है। क्रिपिया अपने स्वास्थ्य का खयाल रखे और कब्ज की तकलीफ उग्र होने पर डॉक्टर की सलाह लें। आयुर्वेदिक उपाय के साइड इफफ़ेक्ट्स तो नहीं होते पर फिर भी प्रयोग करने से पहले किसी जानकार विशेसज्ञ या डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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