एक गाव था, उसमे भूरा नाम का एक आदमी रहेता था, भूरा स्वभाव से काफी घमंडी और साहसी था, कही भी ज़ोर आजमाइश की बात हो या हिम्मत दिखाने की बात हो तो भूरा फट से आगे आजता, और अपने मुह से अपने ड़िंगे हाँकने लगता,
सारे गाव वाले भूरा के साहस की तारीफ तो करते पर उसके घमंडी स्वभाव से काफी नाराज़ थे, पर भूरा का मुह बंद करने का कोय एलाज न था, एक दिन अचानक गाव मे भूत होने की अफवाह फेल जाती है, और सारा गाव डरने लग जाता है, रात को कोई घर से बाहर निकलता नहीं है, और पूरा दिन भर बाज़ार मे और खेतो मे भी उसी भूत की चर्चा होती रहेती है,
इस बात का पता भूरा को चलते ही, वो मेदान मे कूद पड़ता है, और ड़िंगे हांक ने लगता है, के मे किसी भूत वूत से नहीं डरता, मजाल है किसी भूत की के मुजे छू के भी दिखा दे, ऐसा बोल बोल के भूत को दिन मे ललकार ने लगता है, पूरा गाव ये बात जान जाता है, के भूरा ने भूत को ललकारा है,.... [Read More...]
सारे गाव वाले भूरा के साहस की तारीफ तो करते पर उसके घमंडी स्वभाव से काफी नाराज़ थे, पर भूरा का मुह बंद करने का कोय एलाज न था, एक दिन अचानक गाव मे भूत होने की अफवाह फेल जाती है, और सारा गाव डरने लग जाता है, रात को कोई घर से बाहर निकलता नहीं है, और पूरा दिन भर बाज़ार मे और खेतो मे भी उसी भूत की चर्चा होती रहेती है,
इस बात का पता भूरा को चलते ही, वो मेदान मे कूद पड़ता है, और ड़िंगे हांक ने लगता है, के मे किसी भूत वूत से नहीं डरता, मजाल है किसी भूत की के मुजे छू के भी दिखा दे, ऐसा बोल बोल के भूत को दिन मे ललकार ने लगता है, पूरा गाव ये बात जान जाता है, के भूरा ने भूत को ललकारा है,.... [Read More...]
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