Tuesday, May 8, 2018

बॉक्स ऑफिस पर असफल साबित हुई वरुण धवन की फिल्म अक्टूबर
वरुण धवन मशहूर डिरेक्टर डेविड धवन के बेटे हैं। वैसे तो वरुण काफी अच्छे नृत्यकार और अभिनेता हैं पर उनकी नयी फिल्म अक्टूबर को अच्छा प्रतिसाद नहीं मिला है। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ओंधे मुह गिरि है। वैसे हम आप को बता दें की यह फिल्म विवेचकों द्वारा काफी सराही गयी थी। इस फिल्म को वैसे ही आई पी एल के कारण घटिया ओपनिग मिली थी और दिन बीतने के साथ साथ फिल्म का कलेक्शन और नीचे गिरता गया। यह फिल्म शुजीत सरकार द्वारा बनाई गयी है। अक्टूबर अपनी रिलीज़ के दिन सिर्फ 4 से करोड़ का मामूली कारोबार करने में सफल हुई थी। वरुण और अन्य कलाकारों को यह उम्मीद थी की उनकी यह फिल्म अच्छा कारोबार करेगी लेकिन सब की उम्मीद पर पानी फिर गया जब कलेक्शन के आकडे सामने आए।

अक्टूबर फिल्म की कहानी क्या है ?


यह फिल्म अनकहे प्यार की दास्तान सुनाती है। जब प्यार होता है तो उसका एहसास होने में कई बार देर लग जाती है। समय बीतने के साथ हमें एहसास होता है की प्यार बिना कुछ नहीं। ऐसी ही कुछ कहानी इस फिल्म की है। जिसमें बिना शर्त के शुद्ध प्रेम की बात कही गयी है। कहानी ठीकठाक है। वरुण धवन का अभिनय भी सराहनीय है। इस फिल्म की अभिनेत्री बनिता संधु हैं। जिनहोने अपनी अदाकारी से लोगों को ठीकठाक प्रभावित किया है। उन्होने इस फिल्म में श्विली नामक लड़की की भूमिका अदा करी है। फिल्म को देखने या ना देखने की बात करें तो, अगर आप वरुण धवन फैन हैं और प्यार में विश्वास करते हैं तो फिल्म को एक बार ज़रूर देखें। और अगर आप क्रिकेट फैन हैं और पैसा वसूल फिल्म देखने की उम्मीद लगाए बैठे हैं तो पैसा बर्बाद ना करें। घर पर बैठ कर आई पी एल के मैच का आनंद उठाएँ। धन्यवाद।  

Wednesday, April 25, 2018

बड़ी खबर : चाइना में मिला दुनियाँ का सब से लंबे पंखों वाला मच्छर
दोस्तों चाइना हमारा पड़ौसी मुल्क है। भारत और चाइना के बीच व्यापार संबंध ठीक ठाक चलते रहते हैं। सीमा उलंघन और मिलेट्रि कवायत को ले कर कई बार दोनों देशों में तनाव का माहौल बन जाता है। लेकिन आज हम उस खबर के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसे सुन कर आप चौंक सकते हैं। आज हम बात करने जा रहे हैं मच्छर के बारे में। जब हम मच्छर का नाम लेते हैं तो हमारे दिमाग में एक घिन्न पैदा करने वाले छोटे से जीव का खयाल आता है जो हमारा खून पिता है और दिमाग पका देने वाली आवाज़ पैदा करता है।

अभी अभी खबर मिली है की चाइना में एक जगह 11.15 सेंटी मीटर की लबाई वाला मच्छर पकड़ा गया है। सामान्य मच्छर से यह मच्छर करीब 10 से 15 गुना बड़ा है। बताया जाता है की इस मच्छर की प्रजाति होलोरिसा मिकड़ों से संबंध रखती है। ऐसा कहा जाता है की यह मच्छर किसी इंसान का या किसी अन्य जानवर का खून नहीं पीते हैं। इस मच्छर का मुख्य आहार फूलों का रस होता है। 

Saturday, April 21, 2018

गज़ब जानकारी : किसी भी चीज़ से उँगलियों के निशान कैसे हासिल किए जाते हैं !

किसी भी गुनेगार को पकड़ने के लिए सबूत के तौर पर उँगलियों के निशान हासिल किए जाते हैं। यह प्रक्रिया बड़ी आम है। हमने फिल्मों में और हकीकत में यह बात कई बार सुनी होती है। यह कार्य संपन्न करने के लिए फोरेंसिक डिपार्टमेंट होते हैं। जो छाप लगे चीजों पर कुछ खास प्रक्रिया कर के फिंगर प्रिंट हासिल कर लेते हैं। आइये जानते हैं यह काम आखिर होता कैसे है।

हम इंसान की उंगली यों पर और अँगूठों पर सामने की और बाल नहीं उगते हैं। वहाँ सिर्फ पसीना आता है। इसी लिए इस सतह को फ्रिक्षन साइड भी कहा जाता है। इसी पसीने की वजह से हम जिस भी चीज़ को छूते हैं वहाँ पर हमारी उँगलियों की छाप छूट जाती है। इस पसीने में थोड़े तैली पदार्थ भी होते हैं। इस निशान को देखने के लिए खास प्रकार के पाउडर का उपयोग किया जाता है। 
और यह पाउडर टायटेन्यम डायोक्साइड नाम से भी जाना जाता है। और इस के साथ ज़िंक सलफाइड तथा बेरियम सल्फेट भी उपयोग में लिया जाता है। वैसे तो इस कार्य के लिए कई किसम के पाउडर उपयोग हो सकते हैं। पर इनसानी स्वास्थ्य को ध्यान मे रखते हुए कुछ खास प्रकार के पाउडर उपयोग करने की ही अनुमति होती है।


किसी भी चीज़ पर जब उंगली के निशान लगे हों, और उन्हे हासिल करना होता है तब इस खास पाउडर को उस पर छिड़क दिया जाता है और थोड़ी देर बाद जब वह पसीना सोख लेता है तब बाकी के अतिरिक्त पाउडर को फूँक मार कर अलग हटा दिया जाता है। इस प्रक्रिया को अंजाम देने से सटीक और साफ फिंगर प्रिंट उभर आते हैं। यह वास्तव में एक गज़ब की खोज है जिसका कारण कानून को बहुत मदद मिलती है।   

Wednesday, March 7, 2018