Monday, May 8, 2017

Top 10 deadliest poisonous Snake on Earth – पृथ्वी के 10 घातक ज़हरीले साप


हमारी पृथ्वी पर साँप प्राचीन काल से मौजूद हैं। साँपों के पैर नहीं होते हैं और वह रेंगने वाले जीव होते हैं। विशेले साँपों के मुख में विश की थैली होती है जिसकी जड़ें उनके खोखले दांतों से जुड़ी होती हैं। जब भी कोई ज़हरीला साँप किसी शिकार को अपनें दांतों से काटता है तब उसके दांतों के माध्यम से विश शिकार के शरीर में दाखिल हो जाता है और अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर देता है। विश्वभर में साँपों की करीब 2500 से 3000 प्रजातियां मौजूद हैं पर उनमें से 500 से 600 प्रजातियां ही विशेली होती हैं। साँपों की प्रजातियों में से करीब 200 प्रजातियों का विश विकट रोगों की दवाइयाँ और एंटीवेनम दवाई बनाने में बे हद उपयोगी होती हैं। समयान्तर पर साँप अपनी केचुरी बदलते हैं। साँपों की प्रजाति में से अजगर सब से बड़ा और लम्बा साँप होता है यह करीब 25 फीट तक लम्बा हो सकता है। साँप अधिकतर मेंढक, चुंहे, छिपकली, पक्षी, किट, छोटे साँप और मुह में समा जाने वाले भिन्न-भिन्न जन्तु खा लेते हैं। अजगर तो बकरी, छोटी गाय और इन्सान का भी शिकार कर लेता है। अजगर शिकार को निगल कर खुद किसी पैड को कुंडली मार कर शिकार को पेट में ही मसल कर टुकड़े टुकड़े कर देता है। आइये जानते हैं विश्व के कुछ बे-हद ज़हरीले और आक्रमक साँपों के बारे में....   

List of ten dangerous snakes of the world – vishv ke das khatrnaak saap – विश्व के दस विशेले साँप  


10 - Rattle snake – रेट्टल साँप 

यह साँप pit viper फॅमिली का सदस्य भी कहा जाता है। rattle snake की पहचान उसकी पुंछ से होती है। rattle snake में hemotoxic venom (ज़हर) होता है जो इन्सान के ब्लड टिशू को खराब कर देता है और शरीर के रुधिर प्रवाह को बाधित करता है जिस से शरीर के अंग काम करना बंद कर देते हैं। rattle snake के काट लेने पर सांस लेने में तकलीफ होने लगती है, पेरालिसिस हो सकता है और समय पर उपचार ना मिले तो मृत्यु भी हो सकती है। इस साँप का मुख्य खुराक चुंहे होते हैं।



09 – Viper snake – वाइपर साँप    

इस प्रकार के साप पृथ्वी के हर एक कोने में पाये जाते हैं। सब से अधिक ज़हरीले viper snake सेंट्रल आफ्रिका के जंगलों में और मिडल ईस्ट के वन्य क्षेत्रों में पाये जाते हैं। वहाँ पर chain viper और Saw scaled viper पाये जाते हैं। viper साँप वर्षाऋतु के समय अधिक सक्रिय होते हैं। viper साँप बेहद फुर्तीले और घातक होते हैं। किसी viper के काट लेने पर व्यक्ति को bite की हुई जगह पर हल्का हल्का दर्द होने लगता है और फिर समय बीतने पर दर्द बढ्ने लगता है। दर्द होने के साथ साथ घाव से थोड़ा रक्त बहने लगता है। और घाव की जगह पर सूझन आ जाती है। viper साँप काट लेने पर शरीर में लो ब्लड प्रेशर की भी शिकायत होने लगती है और दिल की धड़कने धीमी पड़ने लगती हैं। और कभी कभी उल्टियाँ भी होने लगती है। समय पर उपचार मिल जाने पर भी घाव की जगह पर 24 से 48 घंटों तक तेज़ दर्द रहता है जो धीरे धीरे कम होने लगता है। viper साँप के काट लेने पर infection या cardiac failure की वजह से मृत्यु हो सकती है।



08 – Tiger Snake – टायगर साँप

टायगर स्नेक अधिकतर औस्ट्रालिया में पाये जाते हैं। इस प्रकार के साँप में बेहद घातक neurotoxic venom होता है। Tiger snake के काट लेने पर 30 मिनट के अंदर व्यक्ति की मृत्यु संभव है। परंतु शरीर में ज़हर की मात्र अगर कम गयी हों और शिकार हुए व्यक्ति की शारीरक प्रतीकार शक्ति अच्छी हों तो व्यक्ति को दंश लगने के 8 घंटे से ले कर 24 घंटे तक भी बचा लिया जा सकता है। Tiger snake bite के शिकार कुल व्यक्तियों में से 50% से 70% लोग बच जाते हैं। Tiger snake के काट लेने पर गरदन के पिछ्ले भाग में और पैरों में असह्य दर्द होने लगता है तथा शरीर में कमप्न्न (झुनझुनी) होने लगती है। कभी कभी शरीर सुन्न पड़ जाता है और खूब सारा पसीना भी आने लगता है। शरीर में अगर न्यूरोटोकसिक ज़हर की मात्र अधिक फ़ेल जाये तो सांस लेने में दिक्कत होने लगती है और व्यक्ति को पेरालिसिस हो जाने का खतरा भी बन जाता है। tiger snake स्वभाव से शर्मीले होते हैं इस लिये ज़्यादातर देखे जाने पर वह झाड़ीयों में छुप जाते हैं या भाग जाते हैं पर जान का खतरा महेसूस होने पर यह काफी खूंखार बन जाते हैं। छेड़े जाने पर टायगर साँप का वार सटीक होता है।



7 - Black Mamba snake – ब्लेक मामबा साँप  

इस प्रकार का घातक साप अफ्रीका में अधिक पाया जाता है। Black Mamba साँप अत्यंत ज़हरीले और आक्रामक होते हैं। यह सब से तेज़ गति से रेंगने वाले साँप भी होते हैं। ब्लेक मामबा साँप लगभग 18 से 20 km की गति से रेंग सकते हैं। एक वयस्क ब्लेक माम्बा साँप का ज़हर 15 से 25 लोगों को मौत के घाट उतारने के लिये काफी होता है। इस साँप में भी प्राणघातक Neurotoxin ज़हर होता है। Black mamba साँप काट लेने पर घाव की जगह पर दर्द होने लगता है। हाथ पैर में खिचाव महेसूस होने लगता है और शरीर में कम्पन्न ओर  सनसनी महसूस होने लगती है। शरीर में ज़हर की मात्र अधिक गयी हों तो दृष्टि क्षति ग्रस्त हो जाती है और भूखार आने लगता है। कभी कभी मुह और नाक से सफ़ेद झाग भी निकलने लगता है और हाथ पैर पर से काबू जाने लगता है। Black Mamba snake काट लेने पर तुरंत उपचार ना मिले तो स्थिति गंभीर हो सकती है, जैसे जैसे समय बीतने लगता है वैसे वैसे तेज़ पेट दर्द, उल्टी, शोक और पेरालिसिस की शिकायत हो सकती है। ज़हर का प्रभाव अधिक होने पर हृदय घात से मृत्यु का खतरा भी हो सकता है। उपचार ना मिलने पर ब्लेक माम्बा साँप का शिकार जीवत नहीं बचता है फिर चाहे वह जानवर हों या इन्सान।  



6 – Taipan Snake – टाइपेन साँप  

ओस्ट्रलिया मूल के टाइपेन साँप Neurotoxin ज़हर से लबरेज़ होते हैं। इस साप के द्वारा कांटे जाने पर शिकार की रक्त वाहिनीयां ब्लॉक हो जाती हैं। टाइपेन साँप के द्वारा कांटे जाने पर एक घंटे के अंदर एंटीवेनम उपचार ना मिलने पर मृत्यु निश्चित होती है। टाइपेन साँप का वर्णन, स्वभाव और शैली आफ्रिन ब्लेक माम्बा साँप से मिलते जुलते होते हैं।



5 – Eastern brown Snake – ईस्टर्न ब्राउन साँप    

यह साप बे-हद फुरतीला और आक्रामक होता है। एक ईस्टर्न ब्राउन साँप के ज़हर का 14 हज़ार वा हिस्सा किसी वयस्क व्यक्ति को मार देने के लिये काफी होता है। यह साँप अधिकतर औस्ट्रालिया में पाये जाते हैं। ईस्टर्न ब्राउन साँप शिकार का पीछा कर के उस पर लगातार वार करने के लिये बदनाम हैं। एक छोटा ईस्टर्न ब्राउन साँप भी किसी वयस्क इन्सान को आसानी से मार सके इतना विशेला होता है। इस साप के ज़हर में Neurotoxins venom होता है। पीछा कर के और घात लगा कर शिकार करने का आदि, यह साँप अगर कभी सामने आ जाये तो भागने की कोशिस नहीं करनी चाहिये, बूथ बन कर सुरक्षित दूरी पर खड़े रहना चाहिये ताकि  यह साँप रेंग कर अपने रास्ते निकल जाये।



4 - Belcher’s Sea Snake – बेलचेर्स सी साँप (दरियाई साँप)      

यह एक अत्यंत ज़हरीला समुद्री साँप है। बेलचेर्स साँप अधिकतर उत्तरी औस्ट्रालिया तथा दक्षिण पूर्वी एशिया के समुद्र में पाये जाते हैं। इस साँप के कुछ मिली ग्राम ज़हर की घातक बुँदे करीब एक हज़ार वयस्क लोगों को मारने के लिये काफी होती हैं। समुंदर में मछ्ली पकड़ने गये मच्छवारे पानी में से फिशिंग नेट ऊपर खिचते वक्त कई बार इस साँप के शिकार को जाते हैं। बेलचेर्स साँप अधिक आक्रमक नहीं होते हैं परंतु खुद की जान पर बन आने पर यह साँप रौद्र रूप धारण कर सकते हैं।



3 – Blue Krait Snake – ब्लू क्रेट साँप

यह साँप इन्डोनेशिया (Indonesia) तथा दक्षिण पूर्व एशिया (South East Asia) में पाये जाते हैं। इस साँप के द्वारा काटे जाने पर 50% लोगों की मौत हो जाती है। अंधेरे में यह साँप अधिक आक्रमक हो जाते हैं। अधिकतर यह साँप लड़ने की वजाय छिप जाना या भाग जाना पसंद करते हैं। blue Krait साँप दूसरे छोटे साँपों का शिकार कर के अपना पेट भरते हैं। इस साप में घातक  Neurotoxic venom होता है। blue Krait snake किसी कोबरा साँप से 15 या 16 गुना अधिक विशेला होता है। इस साँप के द्वारा काटे जाने पर पेरेलिसिस हो जाने का खतरा रहता है। किसी व्यक्ति को इस साँप द्वारा काटे जाने की घटना के 6 से 10 घंटे तक एंटीवेनम ना मिले तो व्यक्ति का मशतिष्क क्षतिग्रस्त हो सकता है या फिर वह कोमा में जा सकता है। ज़हर की मात्र अधिक शरीर में गयी हों तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है।   



2 – Death adder snake – डेथ एडर साँप      

यह साँप न्यू गिनिया (new guinea) और औस्ट्रालिया (Australia) में अधिक पाये जाते हैं। अपना पेट भरने के लिये डेथ एडर साँप अन्य साँपों का शिकार करते हैं। यह साँप दिखने में viper snake जैसे ही लगते हैं। यह साँप एक ही दंश में 40 ml से ले कर 100 ml तक ज़हर शिकार के शरीर में छोड़ देते हैं। इस साँप के अंदर Neurotoxin ज़हर होता है। अगर यह साँप किसी व्यक्ति को काट ले तो उसे पेरेलिसिस हो सकता है और उस व्यक्ति को समय पर एंटीवेनम ना दिया जाये तो 5 या छे घंटे में उसकी मृत्यु भी हो सकती है। यह साँप एक बार काट लेने के बाद तेज़ी से दूसरा हमला कर देने के लिये भी बदनाम है। डेथ एडर काफी आक्रमक साँप होता है, यह एक दंश देने के बाद दूसरा दंश सेकंड के 12हवे या 13हवे हिस्से में दे देता है।



1 – Philippine cobra – फिलिपाइन कोबरा   

विश्व की सभी कोबरा प्रजातियोंमें से फिलिपाइन कोबरा सब से अधिक ज़हरीला होता है। इन में neurotoxin venom होता है। यह साँप अपने शिकार को चेतावनी देने और मूर्छित करने के लिये ज़हर थूकता है। थूके हुए ज़हर की पिचकारी करीब तीन मिटर तक दूर जा सकती है। फिलिपाइन कोबरा का ज़हर आँख में पड़ने पर आँखों में जलन होने लगती है, या कुछ देर के लिये अंधापन आ सकता है। Philippine Cobra के द्वारा दंश दिये जाने पर दिल का दौरा पड़ सकता है, ऊतक खराब हो सकते हैं। इस साँप के द्वारा काटे जाने पर पेट दर्द, उल्टी और सिर दर्द की शिकायत होने लगती है और चक्कर आने लगते हैं।   


Conclusion -      

संसार में भिन्न-भिन्न प्रकार के पशु-पक्षी-प्राणी विचरण करते हैं। जिनमें से साँप एक प्रसिद्ध जाती है। धर्म और पुराण में भी साँप को पूजनीय जीव बताया गया है। शंकर भगवान भी साँप को अपने गले में लपेट कर रखते हैं। पुराणों में भी लिखा गया है की, किसी साँप को बिना अपराध मारने पर बहुत पाप लगता है। वैसे तो साँप निर्जन जगहों पर और वनों में रहना पसंद करते हैं पर आज के समय में जंगल कटते जा रहे हैं और बढ़ती पोपुलेशन के कारण निर्जन जगहें कम बची हैं। क्रिपिया अगर आसपास कोई साँप दिख जाये तो उसे खतरा समझ कर मारे नहीं किसी साँप पकड़ने वाले एक्सपर्ट को बुलवा कर उसे दूर-दराज़ वन्य विस्तार में भिजवा दें। धरती पर रहेने वाले सभी वन्य जीवों का सम्मान करें – धन्यवाद



Previous Post
Next Post

post written by:

0 comments: