आँखें मानव शरीर का महत्वपूर्ण अंग होंती हैं। आँखों के माध्यम से ही हम इस अदभूत सृष्टि का दर्शन करते हैं। आँखें ईश्वर का अनमोल वरदान हैं। एक नेत्रहीन व्यक्ति ही आँखों की रोशनी की सही कीमत समज सकता है। अगर हमारे पास आँखें ना होती तो शायद जीवन रसहीन / नीरस होता। आंखो की रोशनी अच्छी बनी रहे और आंखे किसी बीमारी से ग्रस्त ना हो जाए, इस लिए आज इस लेख के द्वारा हम आँखों की सुरक्षा और आँखों की रोशनी बढ़ाने के के लिए उपियोगी उपाय बताने जा रहे हैं आशा है, आप वांचक गण को यह उपियोगी साबित होंगे।
आँखों की सुरक्षा के लिए उपियोगी आयुर्वेदिक नुस्खे और फायदेमंद परहेज
1-धूप में बाहर जाते वक्त चश्मा जरूर पहन कर बाहर जाए। और सिर को खुल्ला ना रखे
2-धूप से आते वक्त मुह में पानी भर कर चहेरा और आंखे ठंडे पानी से धोएँ। और गरारे करें।
3-कम्प्युटर और टीवी के सामने जब भी बैठे तब एक नज़र से टकटकी लगा कर उनकी और ना देखे।
4-किसी भी खुले वाहन की सवारी करते समय आंखो पर तेज हवा ना लगने दें।
5-अंधेरे में बैठ कर पढ़ाई ना करें। और आँखों को कष्ट पड़े ऐसा काम भी ना करें।
आँखों को ज़्यादा गर्मी देने वाली जगह पर से तुरंत दूर चले जाए।
6-मज़ाक मस्ती में भी आंखो के साथ किसी प्रकार के खेल ना खेलें।
7-भँवरे चड़ाना, पुतलीय घूमना, आँखों को हाथों से दबाना, उंगली से खुजाना वगेरा ना करें।
8-आँखों में कचरा पड़ने पर या खुलजी होने पर किसी और की मदद लें खुद डॉक्टर ना बने।
9-पानी पूर्ति मात्र में पीना काफी महत्वपूर्ण है। यह आंखो की नसों तक ठंडक पहोंचाता है।
10-खाने पीने की चीजों में उन चीजों का प्रयोग करे जो विटामिन “ए” “सी” और “ई” से भरपूर हों।
11-गाजर, हर तरह की नीली पत्तियों वाली सब्जी, टमाटर, और रस युक्त फल का सेवन करें।
12-आँखों पर सोते वक्त या दो पहर की गर्मी के समय खीरे के स्लाइस रखें।
13-आँखों के आस पास काले काले चक्दे (डार्क सरकल्स) दूर करने के लिए आलू के स्लाइस आँखों पर रखें।
14-दूध में भिगोये कोटोन के कपड़े को आँखों पर रखना आँखों को ठंडक देता है।
15-आँख लाल होने पर या आँख पर गर्मी लगने पर आलू के कुटे हुए मावे को बंद आँख पर रखने से ठंडक मिलती है।
16-रुमाल में बर्फ के टुकड़ों को लपेट कर सेक करने से आँखों को ठंडक मिलती है, (कॉटन का रुमाल लें)।
17-आँखों को मलना नहीं चाहिए। आँखों में फसा कचरा हमेशा कॉटन के रुमाल से निकाले।
18-किसी भी प्रकार के आइ ड्रोप्स का नित्य उपीयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें।
19-चश्मा अगर आ ही गया हो तो स्टाइल के लिए बिना चश्में के ना घूमें, इस से आँखों के नंबर बढ़ते है।
20-आँखों में सूजन या सिर में दर्द रहता हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाए, और आँखों की रोशनी की जांच करवाए।
21-देर रात तक जागने से आँखों में सूजन आ सकती है। और आंखे लाल भी हो जाती है।
22-कम निंद्रा भी आँखों की तकलीफ़ें उत्पन्न कर सकती है।
23-दिन में कई बार अधिक ठंडे पानी से नहाते रहना भी आँखों को नुकसान पहोंचाता है।
24-त्रिफला का सेवन (खाना) आँखों के लिए लाभ दायी है।
25आंबला को सूखा कर उसका चूरन खाने से आँखों को रोशनी बढ़ती है।
26-आंबला के फल ताजे खाने से भी आंखे रोग मुक्त रहती है।
27-एलोवीरा का पल्प आँखों के ऊपर (आंखे बंद कर के उनके ऊपर) लगाने से भी ठंडक मिलती है।
28-पपीते का सेवन आँखों की रोशनी तेज करता है।
29घी, काली मिर्च और मिसरी (बड़ी शक्कर) का मिश्रण कर के खाने से आँखों की रोशनी बढ़ती है।
30-नहाने से पूर्व पैर के अँगूठों पर तेल मलने से आँखों की रोशनी बढ़ती है।
31-सबेरे जल्दी उठ कर नंगे पैर औस वाली घास पर चलने से आँखों के नंबर (चश्में) भी चले जाते हैं।
32हरे धनिये को पीस कर उसका रस को कॉटन के कपड़े में लपेट कर आँखों में डालने से आँखों का दर्द और जलन ठीक होती है। (कपड़ा शुद्ध होना चाहिए। और एक आँख में दो ही बूंदें डालें)।
33-कम से कम हर दो सेकंड में एक बार आँखों की पलकें जप्काते रहना चाहिये।
34-आँखों पर तेज प्रभाव देने वाली हर एक चीज से दूर रहें। आँखों की सफाई पर ध्यान दें।
35-बालों पर शेम्पू, स्ट्रॉंग कलर, हैयर डाय कम से कम उसे करें।
36-नहाने में अधिक ठंडा और अधिक गरम पानी इस्त्माल ना करें। (गरम तो बिलकुल नहीं)।
37-पैरों के तलवो पर सरसों के तेल की मालिश करें।
38-अंगूर खाने से आँखों की रोशनी तेज होती है। नींबू पानी रेगुलर पीने से भी आँखों को फाइदा होता है।
39-अखरोट, हरड़े, और और काली मिर्च को जला कर उनका पाउडर अंजन करने से भी आँखों की रोशनी बढ़ती है।
40-अनार 4 से 6 के पिसे हुए पत्तों का लेप बंध आँखों पर लगाने से आँखों को ठंडक मिलती है।
41-पत्ता गोबी, गाजर, और टमाटर का सैलड रेगुलर खाने से आँखों को फाइदा होता है।
42-रात्री में जागना जेसे हानिकारक है, वैसे ही दिन में सोना भी आँखों के लिए नुकसान कारक है।
43-हिलती डुलती अवस्था में किसी वस्तु पर ध्यान केन्द्रित कर के नहीं देखना चाहिए।
44-यात्रा के दौरान किताब पढ़ना मोबाइल-फोन इस्त्माल करना, और चलते वाहन में टीवी देखना आँखों के लिए हानिकारक होता है।
45-खाने में प्याज और लहसुन का सेवन हमेशा करें। इनमे सल्फर होता है। सल्फर के द्वारा गूल्टाथाइन नाम का एक एन्टीऑक्सीडेंट तयार करता है जिस के कारण आँखों की रोशनी तेज होती है।
46लेट कर टीवी देखना और किताब पढ़ता आँखों को काफी नुकसान पहोंचाता है।
47-छोटी हरी एलाईची और सौंफ का मिश्रण दूध के साथ नित्य लेने से द्रष्टि तेज होती है।
48-सोया और उनके उत्पाद प्रोटीन से भरपूर होते हैं और उनमे फेट नहीं होता है, इस लिए यह एक द्रष्टि वर्धक विकल्प है।
49-ध्यान, योग आसान , और प्राणायाम खास कर “भ्रामरी” आँखों की रोशनी तेज करते हैं।
शीर्षासन नित्य करने वाले व्यक्ति को चश्में लगने की नौबत नहीं आती है।
2-धूप से आते वक्त मुह में पानी भर कर चहेरा और आंखे ठंडे पानी से धोएँ। और गरारे करें।
3-कम्प्युटर और टीवी के सामने जब भी बैठे तब एक नज़र से टकटकी लगा कर उनकी और ना देखे।
4-किसी भी खुले वाहन की सवारी करते समय आंखो पर तेज हवा ना लगने दें।
5-अंधेरे में बैठ कर पढ़ाई ना करें। और आँखों को कष्ट पड़े ऐसा काम भी ना करें।
आँखों को ज़्यादा गर्मी देने वाली जगह पर से तुरंत दूर चले जाए।
6-मज़ाक मस्ती में भी आंखो के साथ किसी प्रकार के खेल ना खेलें।
7-भँवरे चड़ाना, पुतलीय घूमना, आँखों को हाथों से दबाना, उंगली से खुजाना वगेरा ना करें।
8-आँखों में कचरा पड़ने पर या खुलजी होने पर किसी और की मदद लें खुद डॉक्टर ना बने।
9-पानी पूर्ति मात्र में पीना काफी महत्वपूर्ण है। यह आंखो की नसों तक ठंडक पहोंचाता है।
10-खाने पीने की चीजों में उन चीजों का प्रयोग करे जो विटामिन “ए” “सी” और “ई” से भरपूर हों।
11-गाजर, हर तरह की नीली पत्तियों वाली सब्जी, टमाटर, और रस युक्त फल का सेवन करें।
12-आँखों पर सोते वक्त या दो पहर की गर्मी के समय खीरे के स्लाइस रखें।
13-आँखों के आस पास काले काले चक्दे (डार्क सरकल्स) दूर करने के लिए आलू के स्लाइस आँखों पर रखें।
14-दूध में भिगोये कोटोन के कपड़े को आँखों पर रखना आँखों को ठंडक देता है।
15-आँख लाल होने पर या आँख पर गर्मी लगने पर आलू के कुटे हुए मावे को बंद आँख पर रखने से ठंडक मिलती है।
16-रुमाल में बर्फ के टुकड़ों को लपेट कर सेक करने से आँखों को ठंडक मिलती है, (कॉटन का रुमाल लें)।
17-आँखों को मलना नहीं चाहिए। आँखों में फसा कचरा हमेशा कॉटन के रुमाल से निकाले।
18-किसी भी प्रकार के आइ ड्रोप्स का नित्य उपीयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें।
19-चश्मा अगर आ ही गया हो तो स्टाइल के लिए बिना चश्में के ना घूमें, इस से आँखों के नंबर बढ़ते है।
20-आँखों में सूजन या सिर में दर्द रहता हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाए, और आँखों की रोशनी की जांच करवाए।
21-देर रात तक जागने से आँखों में सूजन आ सकती है। और आंखे लाल भी हो जाती है।
22-कम निंद्रा भी आँखों की तकलीफ़ें उत्पन्न कर सकती है।
23-दिन में कई बार अधिक ठंडे पानी से नहाते रहना भी आँखों को नुकसान पहोंचाता है।
24-त्रिफला का सेवन (खाना) आँखों के लिए लाभ दायी है।
25आंबला को सूखा कर उसका चूरन खाने से आँखों को रोशनी बढ़ती है।
26-आंबला के फल ताजे खाने से भी आंखे रोग मुक्त रहती है।
27-एलोवीरा का पल्प आँखों के ऊपर (आंखे बंद कर के उनके ऊपर) लगाने से भी ठंडक मिलती है।
28-पपीते का सेवन आँखों की रोशनी तेज करता है।
29घी, काली मिर्च और मिसरी (बड़ी शक्कर) का मिश्रण कर के खाने से आँखों की रोशनी बढ़ती है।
30-नहाने से पूर्व पैर के अँगूठों पर तेल मलने से आँखों की रोशनी बढ़ती है।
31-सबेरे जल्दी उठ कर नंगे पैर औस वाली घास पर चलने से आँखों के नंबर (चश्में) भी चले जाते हैं।
32हरे धनिये को पीस कर उसका रस को कॉटन के कपड़े में लपेट कर आँखों में डालने से आँखों का दर्द और जलन ठीक होती है। (कपड़ा शुद्ध होना चाहिए। और एक आँख में दो ही बूंदें डालें)।
33-कम से कम हर दो सेकंड में एक बार आँखों की पलकें जप्काते रहना चाहिये।
34-आँखों पर तेज प्रभाव देने वाली हर एक चीज से दूर रहें। आँखों की सफाई पर ध्यान दें।
35-बालों पर शेम्पू, स्ट्रॉंग कलर, हैयर डाय कम से कम उसे करें।
36-नहाने में अधिक ठंडा और अधिक गरम पानी इस्त्माल ना करें। (गरम तो बिलकुल नहीं)।
37-पैरों के तलवो पर सरसों के तेल की मालिश करें।
38-अंगूर खाने से आँखों की रोशनी तेज होती है। नींबू पानी रेगुलर पीने से भी आँखों को फाइदा होता है।
39-अखरोट, हरड़े, और और काली मिर्च को जला कर उनका पाउडर अंजन करने से भी आँखों की रोशनी बढ़ती है।
40-अनार 4 से 6 के पिसे हुए पत्तों का लेप बंध आँखों पर लगाने से आँखों को ठंडक मिलती है।
41-पत्ता गोबी, गाजर, और टमाटर का सैलड रेगुलर खाने से आँखों को फाइदा होता है।
42-रात्री में जागना जेसे हानिकारक है, वैसे ही दिन में सोना भी आँखों के लिए नुकसान कारक है।
43-हिलती डुलती अवस्था में किसी वस्तु पर ध्यान केन्द्रित कर के नहीं देखना चाहिए।
44-यात्रा के दौरान किताब पढ़ना मोबाइल-फोन इस्त्माल करना, और चलते वाहन में टीवी देखना आँखों के लिए हानिकारक होता है।
45-खाने में प्याज और लहसुन का सेवन हमेशा करें। इनमे सल्फर होता है। सल्फर के द्वारा गूल्टाथाइन नाम का एक एन्टीऑक्सीडेंट तयार करता है जिस के कारण आँखों की रोशनी तेज होती है।
46लेट कर टीवी देखना और किताब पढ़ता आँखों को काफी नुकसान पहोंचाता है।
47-छोटी हरी एलाईची और सौंफ का मिश्रण दूध के साथ नित्य लेने से द्रष्टि तेज होती है।
48-सोया और उनके उत्पाद प्रोटीन से भरपूर होते हैं और उनमे फेट नहीं होता है, इस लिए यह एक द्रष्टि वर्धक विकल्प है।
49-ध्यान, योग आसान , और प्राणायाम खास कर “भ्रामरी” आँखों की रोशनी तेज करते हैं।
शीर्षासन नित्य करने वाले व्यक्ति को चश्में लगने की नौबत नहीं आती है।
Note
आयुर्वेदिक उपचार साइड एफ़ेक्ट्स नहीं होते हैं। पर फिर भी आँखों की तकलीफ ज्यादा बढ़ जाने पर डॉक्टर के पास जाना ही सही रहता है। और आँखों के लिए किसी भी प्रकार के उपचार करने के पहले विशेसज्ञ की सलाह लेना अनिवार्य है।
Conclusion
अगर आँखें कमजोर हैं तो उसका इलाज करना चाहिए। आँखों में रोशनी नहीं हैं तो यह दुर्भाग्य की बात है, पर आँखों की रोशनी सही होते हुए खुद की गैरजिम्मेवारी से आंखे खराब की जाएँ तो यह ईश्वर के आशीर्वाद का अपमान करने के बराबर है। हर एक व्यक्ति को अपनीं आँखों का जतन करना चाहिए।
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