आज के समय में पैसा कमाना एक मुश्किल काम है। पूरे परिवार की सामान्य ज़रूरतें पूरी करने के लिए केवल एक व्यक्ति का काम करना काफी नहीं हो पता है। समस्त परिवार जनों को अपनी और से शक्ति अनुसार योगदान देना पड़ता है। अच्छी नौकरी पाने के लिए ऊंची डिग्री, टेलेंट और शिफारिश लगती है। खुद का बिज़नस सेट करने के लिए ढेर सारे पैसे और बिज़नस का ज्ञान चाहिए। अब हर कोई इन जरूरतों को पूरी नहीं कर पाता है, इस लिए उन्हे पैसा कमाने के लिए Service Related काम ढूँढना चाहिए।
Estate agent
बननें के लिए कुछ खास पैसों की ज़रूरत नहीं पड़ती है। अगर बात-चीत करने
की थोड़ी सी काला हों तो इस काम से अच्छे खासे पैसे कमाए जा सकते हैं। कई लोग इसी बिज़नस
को फूल टाइम कर के अपनी आजीविका कमाते हैं।
Brokerage work / Estate agent work क्या है?
यह
एक काफी आसान और फायदेमंद बिज़नस है। जिसमें सिर्फ एक फोन, एक डायरी, एक पेन और थोड़े खर्चे पानी के पैसों की आवश्यकता
होती है। इस काम में सफलता पाने के लिए लोगों से बात चित करने की कला निखार लेनी चाहिए।
किस इन्सान की क्या ज़रूरत है, और कौन काम का आदमी है यह ताग लगाने
की कला सीख लेने पर एक सफल एस्टेट ब्रोकर बना जा सकता है।
सामान्य
भाषा में कहा जाए तो किसी भी दुकान, मकान, ज़मीन या अन्य प्रॉपर्टि की डील कराने वाले व्यक्ति को Broker कहा जाता है। और एक सफल सौदा करा देने वाले व्यक्ति को buyer या seller की और से दलाली मिलती है। कई मामलों में दोनों
और से भी दलाली / brokerage मिलती है। समान्यतः सौदे की रकम पर
1% या 2% brokerage चार्ज की जाती है।
Brokerage
agent के तौर पर काम कैसे शुरू करें।
सब
से पहले न्यूज़ पपेर्स पढ़ने की आदत डालें, buy & sell सर्विस देने वाली websites की visit रेगुलर लेते रहें। और अपनें आस-पास यह खबर फैला
दें की आप एक estate broker है और ज़मीन मकान की दलाली का काम
करते हैं।
ग्राहक
कहाँ से ढूँढे? - How to find clients?
किसी
भी काम को सफल होने के लिए ग्राहक की आवश्यकता होती है। और ग्राहक प्रचार करने से मिलते
हैं। हो सकता है की शुरुआत में इस काम में सफलता ना मिले, पर लगातार इस काम को जारी रखने से अनुभव बढ़ता जाएगा और धीरे धीरे पैसे भी
मिलनें लगेंगे। ज़मीन मकान की खरीद फ़रोक्त के काम में clients ढूँढने के लिए, अपने मित्रों, सगे
संबंधियों और पड़ोसियों से शुरुआत करें। और फिर काम बढ्ने लगे तो अपनें काम और नाम का
विज्ञापन भी दें,।
Practically
एक broker के तौर पर काम कैसे शुरू करें?
Step-1
– सब से पहले उन लोगों का लिस्ट बना लें जिनहे अपनी कोई भी प्रॉपर्टि बेचनी हों, उस के बाद एक दूसरा लिस्ट बना लें, जिसमें उन लोगों
को शुमार कर लें, जिनहे किसी प्रकार की प्रॉपर्टि खरीदनी हों।
Step-2 – अब दोनों लिस्ट में से ऐसे व्यक्तिओं का चुनाव करें जिनहे, सौदा करने की जल्दी हों और उनकी प्रॉपर्टि की quality अच्छी हों। फिर उस के मुताबिक खरीददार चुनें।
Step-3 – उस के बाद seller के पास जा कर अपनी ब्रोकेरेज के बारे
में डील पक्की करें। ताकि वह आप की दलाली देने से मुकर ना जाए। हो सके तो एक गवाह भी
साथ रखें।
Step-4 – अब buyer के पास जा कर
उसका budget पूछना होता है। मान लीजिये की आप का buyer / ग्राहक एक सामान्य व्यक्ति है तो उसे करोड़ों की कीमत वाली प्रॉपर्टि दिखाने
का कोई तुक नहीं बनता है। इस लिए खरीददार की खर्च शक्ति जान लें और उसकी ज़रूरत भी पूछ
लें उसी के मुताबिक प्रॉपर्टि दिखाएँ। और हा,,, डील हो जाने पर
कितनी ब्रोकरेज देनी होगी यह बात ज़रूर कर लीजिये।
Step-5 – एक बात हमेशा ध्यान में रखें की,,, buyer और seller के property
rate में ज़्यादा difference होना नहीं चाहिए। उदाहरण
के तौर पर अगर seller अपनें मकान के 20 लाख डिमांड कर रहा है और buyer 10 या 12 लाख में property
मांग रहा है, तो ऐसे सौदे का होना तकरीबन ना-मुमकिन
है। इसी लिए ऐसी दो party को कभी मिलाना नहीं चाहिए।
Step-6 – मान लीजिये की खरीद-दार और बेचने वाले में पचास
हज़ार या लाख का अंतर हों तो फिर उन दोनों की बैठक (meeting) करा
देनी चाहिए। इस काम के लिए खुद का घर या ऑफिस चुनें। या फिर buyer या seller का घर या ऑफिस चुने।
Step–7 – कभी भी buyer और seller
को अकेला ना छोड़ें। meeting में खुद हाज़ीर रह कर, सौदा पूरा करानें की कौशीस करें। कभी कभी होता है की खरीददार और बैचने वाले,,, 5 या 25 की मामूली रकम के लिए आना-कानी करते हैं। ऐसे मामलों में एक कुशल
ब्रोकर को अपनी skill इस्त्माल कर के सौदा पार लगाना होता है।
Step-8 – सातवे पॉइंट वाली परिस्थिति में एक चतुर ब्रोकर को अपनें buyer को यह सलाह देनी चाहिए की,,, थोड़ा बहुत मोल-भाव कर के
property खरीद लीजिये, यह अच्छी प्रॉपर्टि
है। इस के दाम कुछ समय में बढ़ सक्ने के पूरे आसार है। अगर आप एक साल तक इस प्रॉपर्टि
को रख कर बैच देंगे तो भी अच्छे खासे पैसे कमाएंगे। इस प्रकार से buyer को property खरीदने के लिए motivate करना होता है।
Step-9 – अब मान लीजिये की खरीददार (Buyer) थोड़ा ज़्यादा देने
को तैयार है, पर seller अपनी prize
से हिलनें को तैयार ही नहीं है तो,,, broker
को उसे इस तरह समझाना चाहिए की बैच दीजिये। कुछ ही समय में प्रॉपर्टि
के दाम गिर सकते हैं। मै आप को इस से अच्छी और सस्ती प्रॉपर्टि दिलवा दूंगा। यह ग्राहक
गया तो मार्केट में दूसरा ग्राहक ढूंढना मुश्किल है। वगेरा,,, Negative points आगे कर के seller को अपनी प्रॉपर्टि के दाम कम करने के लिए motivate किया
जा सकता है।
Step-10 – एक बार दोनों party एक कीमत पर agree हो जाए तो फिर buyer से Token money ले कर seller को
देना होता है और कच्चा सौदा fix करना होता है। उदाहरण के तौर
पर मान लीजिये की 15 लाख में एक मकान का सौदा हुआ, तो Token
money 50 हज़ार या 1 लाख दे कर वकील के पास स्टेम्प पर उस सौदे का agreement तैयार कराना होता है। इस काम के लिए buyer और seller
के साथ ब्रोकर को जाना होता है।
Step-11
– एक बार वकील stamp पर agreement तैयार कर
दे तब, खरीददार और बेचने वाला उस पर सही कर के Token money
exchange कर लेते हैं। (Note- Agreement
में पक्का दस्तावेज़ तैयार कराने की तारीख, पूरा
पेमेंट करने की तारीख, Token money की रकम
और बाकी पैसों को चुकाने की तारिक mansion की जाती है। और साथ
में दूसरी ज़रूरी अन्य शर्तें अगर रखी गयी हों तो उन्हे भी लिख दिया जाता है।
Step-12 – जिस दिन पक्का दस्तावेज़ सब-रजीस्ट्रार में किया जाता है तब ब्रोकर को खास
साथ रहना चाहिए, चूँकि उसी दिन दोनों पार्टी पैसों का लेन-देन
करती हैं। इस दिन पर बिना शरमाये ब्रोकर को अपनी दलाली मांग लेनी चाहिए। Brokerage
में उधारी करने पर पैसे हमेशा डूब जाते हैं। इस लिए काम खत्म होते हिन
उसी वक्त अपनी दलाली दोनों पार्टी से वसूल लेनी चाहिए।
Conclusion -
दलाली
का काम ज़मीन मकान का ही नहीं पर अन्य दूसरे कामों में भी दलाली की जा सकती है। शर्त
यही होती है की उस field का ज्ञान होना चाहिए, ग्राहक ढूँढना आना चाहिए और सौदा पार लगाना आना चाहिए। तथा दलाली के काम में
कभी कभी ग्राहक बै-मानी करते हैं, इस लिए हो सके तो दलाली का
काम लिखावट के साथ ही करना चाहिए, और दो या तीन अन्य भरोसेमंद
ब्रोकर के साथ मिल कर करना चाहिए, ताकि अगर प्रोब्लेम आए तो उसे
आसानी से सुलझाया जा सके। बड़े सौदे हो रहे हों तब buyer और seller
अपनें दलालों को बीछ में साक्ष्य बना कर रखते हैं। ऐसे मामलों में सावधानी
से काम लेना चाइए। full time broker बननें से पहले इस व्यवसाय
को पार्ट टाइम work की तरह शुरू करना चाहिए ताकि अगर इस काम से
लाभ ना मिले तो आय का दूसरा ज़रिया मौजूद हों। Best Luck for Brokerage Business
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