शतरंज काफी पुराने जमाने से खेला जाने वाला खेल है, शतरंज खेलने से दिमाग तेज़ होता है, इस खेल को दो खिलाड़ी आमने सामने खेल सकते हैं। यह खेल भारत मे ही नहीं पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
शतरंज के नियम
(1) एक शतरंज की बिसात पर दो लोग साथ मे खेल सकते है
(2) शतरंज मे दो दल होते है
(3)प्रति एक दल मे सोला (16) मोहरे होते है
(4) दोनों दल के मिला कर कुल बत्तीस (32) मोहरे होते है
(5) शतरंज मे की बिसात पर कुल मिला कर चोसठ (64) खाने होते है
(6) दोनों दल के मोहरो का कलर अलग अलग होता है, उदाहरण :- (काला/भूरा और दूसरे दल का सफ़ेद)
शतरंज मे प्रति एक दल मे ...
1 राजा
1 वज़ीर / रानी
2 उट्ट
2 घोड़े
2 हाथी
8 सिपाही
16 (कुल मोहरे)
दोनों दल मे इसी तरह Same मोहरे 16 - 16 का Set होता है।
एक दल की तरफ एक ही पट्टी पर के दोनों कोनो मे सामने सामने हाथी ओ को खड़ा किया जाता है,
उन दो हाथी के बीच दोनों घोड़े अंदर की और लगाए जाते है,
उसके बाद दोनों उट को खड़ा किया जाता है,
और बाकी बीच मे बचे दो खानो मे राजा और वज़ीर/रानी को खड़ा किया जाता है,
ऊपर कहे अनुसार आखरी पट्टी मे मोहरे सजा कर आखिर से आगे की पट्टी मे आठ (8) सिपाही खड़े किये जाते है॰और सामने वाले दल को भी इसी तरह खड़ा किया जाता है,
किस मोहरे की क्या कीमत होती है...
राजा (मूल्य- 100 अंक) (राजा हमेशा एक कदम चल सकता है) (अगर राजा मरा तो गेम खतम)
वजीर (मूल्य- 20 अंक) (वज़ीर चाहे उतने कदम सीधा और तिरछा यानि cross मे चल सकता है, वज़ीर कूद नहीं सकता)
हाथी (मूल्य- 10 अंक) (हाथी सीधा ही चलता है, और आड़ा चलता है, तिरछा corss मे नहीं चल सकता, कूद भी नहीं सकता)
उट (मूल्य- 5 अंक) (उट हमेशा तिरछा चलता है, सीधा नहीं चल सकता, कूद भी नहीं सकता)
घोडा (मूल्य- 5 अंक) (घोड़े किसी भी तरफ दो कदम सीधे और एक कदम आड़ा एक साथ चलता है, और कूद भी सकता है)
सिपाही (मूल्य- 1 अंक) (सिपाही पहेली बार मे सीधा दो कदम या एक कदम चल सकता है, लेकिन एक कदम चल देने के बाद दो कदम नहीं चल सकता)
नोट- जिस मोहरे का मूल्य ज़्यादा है उसे अंत तक बचा कर रखने से खेल जीतने की संभावना बढ़ जाती है, अपने राजा की सुरक्षा, और दुश्मन राजा की मौत येही लक्ष हर मोहरे का होता है, अगर शतरंज के हर एक मोहरे को दूसरे मोहरे का support हो इस तरह चाल चली जाये तो जीतने की संभावना बढ़ जाती है, सेना से दूर निकल जाने वाला मोहरा हमेशा खतरे मे होता है,
कोनसा मोहरा कैसे मारता है...
सिपाही - सिपाही सामने के दल के मोहरे मारने के लिये अपने तिरछे cross मे आने वाले किसी भी मोहरे को मार सकता है और अंत तक सीधा एक के कदम चल के सामने के
पार जा सकता है। और अगर सिपाही ज़िंदा सामने के आखरी खाने तक पहोच जाये तो अपने दल की और वज़ीर, हाथी, घोड़े, उट, किसी भी मोहरे को ज़िंदा कर सकता है,
हाथी: यह मोहरा (आगे भी और पीछे भी) सीधा और आड़ा चल सकता है और रास्ते मे आने वाले किसी भी दुश्मन मोहरे को मार सकता है, बस कूद नहीं सकता, तिरछा नहीं चलता,
ऊंट: यह हमेशा तिरछा चल कर मार सकता है, कूद नहीं पाता, आगे और पीछे दोनों तरफ तिरछा चल सकता है,
घोडा: यह अपनी चारो और ढाई कदम चल के वार कर सकता है दो कदम सीधा एक कदम आड़ा, इस से ना कम ना ज़्यादा चल सकता है, कूद कर भी वार कर सकता है,
वज़ीर / रानी: यह मोहरा आगे पीछे जा कर सीधा भी वार कर सकता है ओर तिरछा भी वार कर सकता है, चाहे उतने कदम चल कर वार कर सकता है, बस कूद नहीं सकता,
राजा: राजा जब तक जीवित है तभी तक आप का दल जीवित है,
राजा सिर्फ एक कदम चल सकता है, राजा को मारने से पहेले चेतावनी/ चेक देना पड़ता है, राजा पर वार करने से पहेले हर दुश्मन मोहरे को ये बोलना पड़ता है, के आप अपना राजा बचा लो मे मार ने आ रहा हु, इसी प्रक्रिया को चेक कहेते है, राजा कूद नहीं सकता, अपने एक कदम के दायरे मे आसपास आने वाले किसी भी दुश्मन मोहरे को राजा मार सकता है,
चेस्लिंग- इस प्रक्रिया से राजा को एक कोने मे सुरक्शित किया जा सकता है, चेस्लिंग करने के लिए राजा अपनी जगह से हिला नहीं होना चाहिये, और दोनों कोने के हाथी भी अपनी जगह ही होने चाहिये,
1 2 3 4 5 6 7 8
हाथी घोडा उट वज़ीर राजा उट घोडा हाथी
ऊपर की पट्टी मे जब हाथी और राजा के बीच कुछ भी और कोय मोहरा ना हो तब चेस्लिंग किया जा सकता है, दोनों तरफ,
अगर left मे चेस्लिंग करे तो राजा 3 पर और हाथी 4 पर आ जाये गा,
अगर Right मे चेस्लिंग करे तो राजा 7 पर और हाथी 6 पर आ जायेगा,
"धन्यवाद"
शतरंज के नियम
(1) एक शतरंज की बिसात पर दो लोग साथ मे खेल सकते है
(2) शतरंज मे दो दल होते है
(3)प्रति एक दल मे सोला (16) मोहरे होते है
(4) दोनों दल के मिला कर कुल बत्तीस (32) मोहरे होते है
(5) शतरंज मे की बिसात पर कुल मिला कर चोसठ (64) खाने होते है
(6) दोनों दल के मोहरो का कलर अलग अलग होता है, उदाहरण :- (काला/भूरा और दूसरे दल का सफ़ेद)
शतरंज मे प्रति एक दल मे ...
1 राजा
1 वज़ीर / रानी
2 उट्ट
2 घोड़े
2 हाथी
8 सिपाही
16 (कुल मोहरे)
दोनों दल मे इसी तरह Same मोहरे 16 - 16 का Set होता है।
कोनसा मोहरा किस जगह होता है, कहा खड़ा किया जाता है...
एक दल की तरफ एक ही पट्टी पर के दोनों कोनो मे सामने सामने हाथी ओ को खड़ा किया जाता है,
उन दो हाथी के बीच दोनों घोड़े अंदर की और लगाए जाते है,
उसके बाद दोनों उट को खड़ा किया जाता है,
और बाकी बीच मे बचे दो खानो मे राजा और वज़ीर/रानी को खड़ा किया जाता है,
ऊपर कहे अनुसार आखरी पट्टी मे मोहरे सजा कर आखिर से आगे की पट्टी मे आठ (8) सिपाही खड़े किये जाते है॰और सामने वाले दल को भी इसी तरह खड़ा किया जाता है,
किस मोहरे की क्या कीमत होती है...
राजा (मूल्य- 100 अंक) (राजा हमेशा एक कदम चल सकता है) (अगर राजा मरा तो गेम खतम)
वजीर (मूल्य- 20 अंक) (वज़ीर चाहे उतने कदम सीधा और तिरछा यानि cross मे चल सकता है, वज़ीर कूद नहीं सकता)
हाथी (मूल्य- 10 अंक) (हाथी सीधा ही चलता है, और आड़ा चलता है, तिरछा corss मे नहीं चल सकता, कूद भी नहीं सकता)
उट (मूल्य- 5 अंक) (उट हमेशा तिरछा चलता है, सीधा नहीं चल सकता, कूद भी नहीं सकता)
घोडा (मूल्य- 5 अंक) (घोड़े किसी भी तरफ दो कदम सीधे और एक कदम आड़ा एक साथ चलता है, और कूद भी सकता है)
सिपाही (मूल्य- 1 अंक) (सिपाही पहेली बार मे सीधा दो कदम या एक कदम चल सकता है, लेकिन एक कदम चल देने के बाद दो कदम नहीं चल सकता)
नोट- जिस मोहरे का मूल्य ज़्यादा है उसे अंत तक बचा कर रखने से खेल जीतने की संभावना बढ़ जाती है, अपने राजा की सुरक्षा, और दुश्मन राजा की मौत येही लक्ष हर मोहरे का होता है, अगर शतरंज के हर एक मोहरे को दूसरे मोहरे का support हो इस तरह चाल चली जाये तो जीतने की संभावना बढ़ जाती है, सेना से दूर निकल जाने वाला मोहरा हमेशा खतरे मे होता है,
सिपाही - सिपाही सामने के दल के मोहरे मारने के लिये अपने तिरछे cross मे आने वाले किसी भी मोहरे को मार सकता है और अंत तक सीधा एक के कदम चल के सामने के
पार जा सकता है। और अगर सिपाही ज़िंदा सामने के आखरी खाने तक पहोच जाये तो अपने दल की और वज़ीर, हाथी, घोड़े, उट, किसी भी मोहरे को ज़िंदा कर सकता है,
हाथी: यह मोहरा (आगे भी और पीछे भी) सीधा और आड़ा चल सकता है और रास्ते मे आने वाले किसी भी दुश्मन मोहरे को मार सकता है, बस कूद नहीं सकता, तिरछा नहीं चलता,
ऊंट: यह हमेशा तिरछा चल कर मार सकता है, कूद नहीं पाता, आगे और पीछे दोनों तरफ तिरछा चल सकता है,
घोडा: यह अपनी चारो और ढाई कदम चल के वार कर सकता है दो कदम सीधा एक कदम आड़ा, इस से ना कम ना ज़्यादा चल सकता है, कूद कर भी वार कर सकता है,
वज़ीर / रानी: यह मोहरा आगे पीछे जा कर सीधा भी वार कर सकता है ओर तिरछा भी वार कर सकता है, चाहे उतने कदम चल कर वार कर सकता है, बस कूद नहीं सकता,
राजा: राजा जब तक जीवित है तभी तक आप का दल जीवित है,
राजा सिर्फ एक कदम चल सकता है, राजा को मारने से पहेले चेतावनी/ चेक देना पड़ता है, राजा पर वार करने से पहेले हर दुश्मन मोहरे को ये बोलना पड़ता है, के आप अपना राजा बचा लो मे मार ने आ रहा हु, इसी प्रक्रिया को चेक कहेते है, राजा कूद नहीं सकता, अपने एक कदम के दायरे मे आसपास आने वाले किसी भी दुश्मन मोहरे को राजा मार सकता है,
चेस्लिंग- इस प्रक्रिया से राजा को एक कोने मे सुरक्शित किया जा सकता है, चेस्लिंग करने के लिए राजा अपनी जगह से हिला नहीं होना चाहिये, और दोनों कोने के हाथी भी अपनी जगह ही होने चाहिये,
1 2 3 4 5 6 7 8
हाथी घोडा उट वज़ीर राजा उट घोडा हाथी
ऊपर की पट्टी मे जब हाथी और राजा के बीच कुछ भी और कोय मोहरा ना हो तब चेस्लिंग किया जा सकता है, दोनों तरफ,
अगर left मे चेस्लिंग करे तो राजा 3 पर और हाथी 4 पर आ जाये गा,
अगर Right मे चेस्लिंग करे तो राजा 7 पर और हाथी 6 पर आ जायेगा,
"धन्यवाद"
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ReplyDeleteYoga Tips In Hindi
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आपकी पोस्ट बहुत बधीया है। ऐसे ही लिखो।
ReplyDeleteSportskeedalive: How to play chess and chess rules